भारतीय पेमेंट ऐप MobiKwik एक सुरक्षा शोधकर्ता के दावे के बाद सवालों के घेरे में आ गया है। सुरक्षा शोधकर्ता ने अपने दावे में यह बताया हैं कि कुल 3.5 मिलियन उपयोगकर्ताओं का डाटा dark web पर बिक्री के लिए रखा गया हुआ हैं। सुरक्षा शोधकर्ता ने यह बताया है कि डाटा लीक के मामले में उपयोगकर्ताओं की जो संवेदनशील जानकारियों को डार्क वेब पर बिक्री के लिए रखा गया है उसमें फोन नंबर, एड्रेस, केवाईसी विवरण और आधार कार्ड डाटा के साथ और भी जानकारियां शामिल हैं।
इस डाटा ब्रीच को सबसे पहले राजशेखर नाम के सुरक्षा शोधकर्ता ने देखा था, जिसमें उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत विवरण के साथ उनके आधार कार्ड, पैन कार्ड और केवाईसी सॉफ्ट कॉपी भी शामिल थे। हालांकि सुरक्षा शोधकर्ता राजशेखर के दावों का कंपनी ने पहले ही खंडन कर दिया था। लेकिन सोमवार को dark web पर एक लिंक कथित तौर पर देखा गया था। उपयोगकर्ताओं ने भी डार्क वेब पर उनके व्यक्तिगत विवरणों को देखने का दावा किया हैं।
My data on @MobiKwik has been breached and posted online.
It includes my email, passwords, Bank Account details, Card details, phone number, Account Creation date, etc.#mobikwik #MobikwikDataLeak #DataLeak pic.twitter.com/49I4azGQ2u— Prateek Pardeshi (@par_prateek) March 29, 2021
कई यूजर्स ने MobiKwik उपयोगकर्ताओं के डाटा के स्क्रीनशॉट्स भी पोस्ट किए हैं जो डार्क वेब पर बिक्री के लिए रखे गए हैं। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, डार्क वेब पर बिक्री के लिए रखे गए उपयोगकर्ताओं की यह व्यक्तिगत डेटा संबंधित जानकारियां १.५ बिटकॉइन या ८६,०००$ में बेचा जा रहा था, लेकिन कंपनी MobiKwik ने सुरक्षा शोधकर्ता राजशेखर के दावों का खंडन किया हैं।